इजराइल ने यमन के होदेइदाह और सालिफ पोर्ट पर शुक्रवार को हवाई हमले किए। इजराइली सेना ने कहा कि इनका इस्तेमाल हथियार लाने और ले जाने के लिए हो रहा था। यमन में हूती समर्थक टीवी चैनल अल मसीराह ने इन हमलों की पुष्टि की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइली सेना ने इन दोनों बंदरगाहों पर 30 से ज्यादा बम गिराए। इसमें 1 व्यक्ति की मौत हुई है और 9 घायल हुए। हमले के बाद इजराइल ने कहा है हूती विद्रोही अगर हमले नहीं रोकते तो उनका हाल हमास और हिजबुल्लाह नेताओं जैसा होगा। इजराइल ने पिछले साल मोहम्मद देइफ, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह की हत्या कर दी थी।
पीएम नेतन्याहू बोले- हूती सिर्फ मोहरा, इनके पीछे ईरान
इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हमारे पायलट ने हूती आतंकियों के दो ठिकानों पर सफल हमला किया है। हम हूतियों को और नुकसान पहुंचाएंगे। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि हूतियों के पीछे ईरान हैं। हूती सिर्फ एक मोहरा हैं। उनके पीछे जो ताकत है, जो उन्हें समर्थन देती है और निर्देश देती है, वो ईरान है।
काट्ज बोले- हूती का नसरल्लाह जैसा हाल होगा
इजराइली रक्ष मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि अगर हूती विद्रोही इजराइल पर मिसाइल हमले जारी रखते हैं तो उन्हें और उनके नेताओं को गंभीर खामियाजा भुगतना होगा।
उन्होंने कहा कि इजराइली सेना ने हमास के मोहम्मद देइफ, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह का जैसा हाल किया था, ठीक वैसे ही यमन में अब्दुल मलिक अल-हूती का किया जाएगा।
हूती विद्रोहियों ने अक्टूबर 2023 में गाजा पर इजराइल के हमले के बाद फिलिस्तीनियों के समर्थन किया था। वे इजराइल और रेड सी में इजराइल समर्थक देशों के जहाजों पर हमले कर रहे थे।
हूती विद्रोहियों ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था
अल जजीरा के मुताबिक मार्च में गाजा में सीजफायर टूटने के बाद हूती विद्रोहियों ने अब तक कम से कम 34 मिसाइलें और ड्रोन इजराइल पर दागे हैं। इससे पहले हूती विद्रोहियों ने 4 मई को इजराइल के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे बेन गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था।
मिसाइल ने एयरपोर्ट के परिसर में एक सड़क और एक वाहन को नुकसान पहुंचाया। इजराइली सेना ने माना है कि उनका डिफेंस सिस्टम इस मिसाइल को रोकने में नाकाम रहा। इसके अगले ही दिन इजराइली सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले बंदरगाह शहर हुदैदाह पर भीषण बमबारी की।
सेना के मुताबिक हमले में 20 इजरायली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। इसके लिए विमानों ने 2000 किमी की दूरी तय की। इजराइली लड़ाकू विमानों ने कम से कम 50 टारगेट पर बम गिराए। इजराइल ने तभी कह दिया था कि अब वह हर मिसाइल हमले का जवाब हवाई हमले से देगा। हालांकि शुक्रवार का यह हमला अमेरिका-हौथी समझौते के बाद का पहला इजराइली हमला है।
ट्रम्प ने हूती विद्रोहियों से समझौता किया, इजराइल को बाहर रखा
अमेरिका में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन 'रफ राइडर' की शुरुआत की गई थी। इसमें अमेरिकी सेनाओं ने मिसाइल और ड्रोन से 1000 से ज्यादा हूती ठिकानों पर हमले किए।
इनमें सैकड़ों हूती लड़ाके और कई बड़े हूती नेता मारे गए थे, जिनमें मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम्स के सीनियर लीडर्स भी शामिल थे।
इसके बाद इस साल 6 मई को अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच समझौता हुआ। जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला न करने की सहमति जताई है। हालांकि हूती विद्रोहियों ने साफ कर दिया है कि वे इजराइल के खिलाफ हमले जारी रखेंगे।