देश के 17 राज्यों में मानसून की एंट्री हो चुकी है। वहीं राजस्थान के बूंदी में गर्मी के चलते एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हीटवेव बताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज हीटवेव और धूल भरी आंधी चल सकती है। अगले 3 दिन में पारा 45 डिग्री के पार जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में भी मौसम बदला है। यहां 50 जिलों में बादल छाए हैं और लखनऊ में गुरुवार सुबह तेज बारिश हुई। इससे पहले गुरुवार को मिर्जापुर में 8 लोगों पर बिजली गिरी। 2 सगी बहनों की मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ 12 दिन पहले मानसून की एंट्री हो गई है। आमतौर पर यहां मानसून 10 जून तक आता है, लेकिन इस बार 28 मई को दंतेवाड़ा को पार कर गया है। छत्तीसगढ़ में 5 दिन में 34.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य बारिश से 9 गुना ज्यादा है।
मध्य प्रदेश में ज्यादातर इलाकों में 3 दिन तक आंधी और भारी बारिश का अलर्ट है। कुछ जिलों में हवा की रफ्तार 60km प्रति घंटा तक रहेगी। यहां नौतपा में टेम्परेचर में पारा 48 डिग्री तक पहुंच जाता है, लेकिन इस बार पारा 45 डिग्री भी नहीं पहुंचा है।
दिल्ली में आज मौसम विभाग ने 31 मई तक 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं और गरज के साथ आंधी-बारिश की आशंका जाहिर की है।
राज्यों में बारिश का असर
पश्चिम बंगाल: राज्य में आज मानसून की एंट्री हो सकती है। 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। राज्य सरकार ने निचले इलाकों से लोगों को हटाना शुरू कर दिया है। तटीय जिलों में आपदा प्रबंधन कर्मचारियों को तैनात किया है।
ओडिशा: राज्य में बुधवार को तय समय से 13 दिन पहले मानसून पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून (जून से सितंबर) में औसत से 106% ज्यादा बारिश का अनुमान है। मछुआरों को 29 मई से 1 जून के तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
असम: अगले 2-3 दिनों के दौरान तेज बारिश की चेतावनी है। आज 23 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। निचले इलाकों में बाढ़, पेड़ उखड़ने और लैंडस्लाइड का खतरा हो सकता है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने गुवाहाटी में लोगों से सावधानी बरतने का निर्देश दिया है।
मिजोरम: भारी बारिश और आंधी की आशंका के कारण गुरुवार को स्कूल बंद रहेंगे। डिजास्टर मैनेजमेंट और रिहैबिलिटेशन डिपार्टमेंट ने लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर- 1077, 1070/0389-2342520 और 112 जारी किए हैं। राज्य में लैंडस्लाइड की आंशका ज्यादा रहती है। राज्य में पिछले साल मई में भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड में 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे।