3.50 करोड़ ऑनलाइन मिले; 25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए
अयोध्या । अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के विराजमान हुए 11 दिन हो गए हैं। अब तक 25 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं। इसके अलावा औसतन हर दिन एक करोड़ रुपए चढ़ावा चढ़ाया जा रहा है। रामलला को अब तक करीब 10 करोड़ रुपए चढ़ावा आया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुताबिक, पिछले 11 दिनों में दान पेटियों में करीब 6.5 करोड़ रुपए जमा हुए हैं और करीब 3.50 करोड़ ऑनलाइन मिले हैं। इसमें पहले दिन मिला 3.17 करोड़ का चढ़ावा भी शामिल है।
सोना-चांदी भी दान कर रहे हैं भक्त
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी को मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी, बेटी ईशा और दामाद आनंद पीरामल के साथ पहुंचे थे। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक, अंबानी ने 2 करोड़ से अधिक की धनराशि दान दी। वहीं, हीरा कारोबारी दिलीप कुमार लाखी ने 101 किलो सोने का दान किया है। इसकी कीमत 68 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इस सोने से दरवाजे, त्रिशूल और डमरू बनाए गए हैं।
महावीर मंदिर से 10 करोड़ का दान
पटना के महावीर मंदिर की ओर से राम मंदिर के लिए 10 करोड़ रुपए दान में दिया गया है। महावीर मंदिर ट्रस्ट ने साल 2020, 2021, 2022, 2023 और 2024 में राम मंदिर के लिए हर साल 2-2 करोड़ रुपए दान दिया है। यह किसी धार्मिक संस्था की ओर से दिया गया सबसे बड़ा दान है। महावीर मंदिर ने रामलला को सोने युक्त धनुष और बाण भी दान दिया है।
11 करोड़ का स्वर्ण मुकुट दान दिया
इसी तरह सूरत के कारोबारी मुकेश पटेल ने भगवान राम की मूर्ति के लिए 11 करोड़ रुपए का स्वर्ण मुकुट उपहार में दिया है। यह कीमती पत्थरों से जड़ा हुआ है। इसका वजन 6 किलो है। इसमें 5 किलो सोना है, जबकि हीरा और अन्य कीमती पत्थर जड़े हुए हैं।
निधि समर्पण अभियान में मिले थे करोड़ों रुपए
राममंदिर निर्माण के दौरान ट्रस्ट की ओर से 2022 में 45 दिनों का निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। उस वक्त देश के करीब 13 करोड़ परिवारों ने दान दिया था। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस अभियान में 10, 100, 1000 रुपए की रसीदों के जरिए भक्तों ने दान दिया था। तब से लेकर अब तक साढ़े 3 हजार करोड़ रुपए का दान आ चुका है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद से रामलला को मिलने वाला दान दोगुना हो गया है।
श्रद्धालुओं की संख्या 8 गुनी हुई
प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 8 गुना और दान में लगभग दो गुना इजाफा हुआ है। पहले यहां हर रोज 20-25 हजार श्रद्धालु आते थे, अब यह संख्या 2 लाख हो गई है। इसके कारण हर दिन जो चढ़ावा 3-4 लाख रुपए था, अब वह बढ़कर 7 से 8 लाख रुपए पहुंच गया है।
सुबह होती है आरती
मंदिर प्रशासन के नए समय के मुताबिक, रामलला की मूर्ति की श्रृंगार आरती सुबह 4.30 बजे शुरू होती है। सुबह 6.30 बजे मंगल प्रार्थना होती है। इसके बाद सुबह 7 बजे से मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाता है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड और कोहरे की परवाह किए बिना तीर्थ यात्री सुबह से ही रामलला के दर्शन के लिए कतार में लगे दिखाई देते हैं।